Practicing Success
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ कर प्रश्न के उत्तर दीजिए:- समस्त कलायें स्वरुप और विषय वस्तु का मिश्रण होती है और इन दोनों से सम्बन्धित कतिपय उत्कृष्टताओं के माध्यम से कलाकार हमारे भीतर कलात्मक दृष्टिकोण विकसित करने में सफल होते हैं| उदाहरण के लिए कविता में विषय वस्तु की निर्मित अलंकारिक विचारों और इसके माध्यम से व्यक्त संवेदनाओं से होती है और स्वरूप निर्धारण की अभिव्यक्ति के लिए इसमें प्रयुक्त संगीतमय भाषा है इनमें से एक कला से दूसरी कला में स्वरूप में काफी बदलाव होता है और यह तकनीकी भी होता है| हम यहां इसकी ज्यादा चर्चा नहीं करेंगे और विषय वस्तु पर ही अपना ध्यान केंद्रित रखेंगे| हम सिर्फ इस बात को ध्यान में रखेंगे कि स्वरूप वस्तुतः विषय वस्तु अपेक्षित भूमिका में ही होता है और यदि इसकी भूमिका ज्यादा प्रभावित हो तो संबंधित कृति को उत्कृष्ट कला प्रकारता का उदाहरण नहीं कहा जा सकता | कला की विषय वस्तु को सामान्यत: इसके द्वारा अभिव्यक्त अभिप्राय के संदर्भ में परिभाषित किया जा सकता है इसमें अनेक उत्कृष्टतायें सन्निहित हो सकती हैं और उन्हें विविध प्रकार से वर्गीकृत भी किया गया है| |
कविता के स्वरुप के बारे में निम्नलिखित में से कौन सही हैं? 1 एक कला से दूसरी कला में स्वरुप नहीं बदलता| 2 इसका स्वरुप तकनीकी है| 3 स्वरुप अलंकारिक होता है| 4 स्वरुप संगीतमय भाषा की रचना करता है| |
केवल 1 और 2 केवल 2 और 4 केवल 2 ,3 और 4 केवल 1 , 3 और 4 |
केवल 2 और 4 |
कविता का स्वरुप तकनीकी है और संगीतमय भाषा की रचना करता है| |