निम्नलिखित परिभाषा किस क्रिया की है, सही उत्तर दीजिए: "जिन क्रियाओं से इस बात का बोध हो कि कर्ता स्वयं कार्य न कर किसी दूसरे को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है तो वो क्या कहलाता है।" |
नामधातु क्रिया संयुक्त क्रिया पूर्वकालिक क्रिया प्रेरणार्थक क्रिया |
प्रेरणार्थक क्रिया |
सही उत्तर प्रेरणार्थक क्रिया है। प्रेरणार्थक क्रियाएं वे क्रियाएं होती हैं जिनसे इस बात का बोध होता है कि कर्ता स्वयं कार्य न कर किसी दूसरे को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। उदाहरण के लिए, "पढ़ाना", "लिखाना", "सुनाना", "दिखाना", "बता देना", "रख देना", "दे देना", "करवाना", "देवाना" आदि प्रेरणार्थक क्रियाएं हैं। नामधातु क्रियाएं वे क्रियाएं होती हैं जो संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, या अव्यय से बनती हैं। उदाहरण के लिए, "आना", "जाना", "खुश होना", "दुखी होना", "ऊपर जाना", "नीचे आना", "अंदर जाना", "बाहर आना" आदि नामधातु क्रियाएं हैं। संयुक्त क्रियाएं वे क्रियाएं होती हैं जो दो या अधिक क्रियाओं के मेल से बनती हैं। उदाहरण के लिए, "जाकर देखना", "आकर बोलना", "करना-धोना", "खाना-पीना", "सोना-जागना" आदि संयुक्त क्रियाएं हैं। पूर्वकालिंक क्रियाएं वे क्रियाएं होती हैं जिनका क्रियापद भूतकाल में होता है, लेकिन अर्थ वर्तमान या भविष्य का होता है। उदाहरण के लिए, "आया था", "जाऊंगा था", "लिखा था", "सोया था" आदि पूर्वकालिंक क्रियाएं हैं। इस प्रकार, दिए गए परिभाषा से स्पष्ट है कि यह प्रेरणार्थक क्रिया की परिभाषा है। |