निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्न का सही विकल्प का चयन कीजिए।
ऋतु वसंत का सुप्रभात था मंद मंद था अनिल बह रहा बालारुण की मृदु किरणें थीं अगल-बगल स्वर्णिम शिखर थे एक-दूसरे से विरहति हो अलग-अलग रहकर ही जिनको सारी रात बितानी होती, निशा काल से चिर अभिशापित बेबस उस चकवा - चकई का बंद हुआ क्रंदन, फिर उनमें उस महान सरवर के तीरे शैवालों की हरी दरी पर प्रणय- कलह छिड़ते देखा है। बादल को घिरते देखा है।