श्रृंगार रस का स्थायी भाव है - |
क्रोध जुगुप्सा विस्मय रति |
रति |
उत्तर: रति है। श्रृंगार रस का स्थायी भाव रति है। रति का अर्थ होता है "प्रेम या अनुराग"। यह एक सकारात्मक भाव है, जो प्रेमी और प्रेमिका के बीच होता है। अन्य तीन विकल्प श्रृंगार रस के स्थायी भाव नहीं हैं।
इस प्रकार, सही उत्तर रति है। उदाहरण:
इन उदाहरणों में, रति का भाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
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