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रस का सर्वप्रथम किसने उल्लेख किया ? |
अभिनव गुप्त भरतमुनि रामचद्र शुक्ल प्रेमचंद |
भरतमुनि |
भरतमुनि ने अपने ग्रन्थ नाट्यशास्त्र में रस का सर्वप्रथम उल्लेख किया है। उन्होंने रस को काव्य की आत्मा कहा है। भरतमुनि के अनुसार, रस एक प्रकार का मानसिक आनन्द है, जो काव्य के माध्यम से उत्पन्न होता है। |