निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न के उत्तर दीजिए:- नदी के उस पार जाने को मेरा बहुत मन करता है माँ; वहाँ कतार में बंधी हैं नावें बाँस की खूँटियों से| उसी रास्ते दूर-दूर जाते हैं हल जोतने किसान कन्धों पर हल रखे, रंभाते हुए गाय-बैल तैरकर जाते हैं उस पार घास चरने शाम को जब वें लौटते हैं घर ऊँची-ऊँची घास में छिपकर हुक्के-हो करते हैं सियार| माँ तू बुरा न माने तो बड़ा होकर मैं नाव खेने वाला एक नाविक बनूँगा | |
इस कविता में कौन किसे सम्बोधित कर रहा है? |
लेखक अपनी माँ को लेखक एक बच्चा बनकर अपनी माँ को लेखक नाविक की माँ को कोई किसी को नहीं |
लेखक एक बच्चा बनकर अपनी माँ को |
प्रस्तुत काव्यांश में लेखक एक बच्चा बनकर अपनी माँ को सम्बोधित कर रहा है| कि माँ मेरा नदी के पार जाने का मन कर रहा है| |