नीचे दिए गए काव्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्न का सही विकल्प उत्तर रूप में छाँटिए:- इतने ऊँचे उठो कि जितना उठा गगन है। काले गोरे रंग - द्वेष की नये हाथ से, वर्तमान का रूप सँवारो चाह रहे हम इस धरती को स्वर्ग बनाना |
निम्नलिखित में से किस बात का संबंध इस कविता से नहीं है। |
समस्त सृष्टि में समता स्थापित करना इस धरती को नरक बनाना भाषा को नए अक्षर देना इस धरती को स्वर्ग के पास ले जाना |
इस धरती को नरक बनाना |
सही उत्तर विकल्प (2) है → इस धरती को नरक बनाना |