कर्तवाच्य में किस क्रिया का प्रयोग होता हैं ? |
अकर्मक सकर्मक उपर्युक्त दोनों किसी का नहीं |
उपर्युक्त दोनों |
कर्तृवाच्य उस वाच्य को कहते हैं जिसमें कर्ता प्रधान होता है। इस वाच्य में क्रिया कर्ता के अनुसार प्रयुक्त होती है। इसके कर्ता में प्रथमा विभक्ति तथा कर्म में द्वितीया विभक्ति का प्रयोग होता है। अकर्मक क्रियाओं में कर्म नहीं होता है। इस प्रकार, अकर्मक क्रियाओं का प्रयोग केवल कर्तृवाच्य में ही होता है। सकर्मक क्रियाओं में कर्म होता है। इस प्रकार, सकर्मक क्रियाओं का प्रयोग कर्तृवाच्य और कर्मवाच्य दोनों में होता है। |