निम्नलिखित काव्यांश पद्यांश को पढ़कर उपयुक्त उत्तर का चयन कीजिए- चल नाविक मँझधार मुझे दे दे बस अब पतवार मुझे, मैं हूँ अबाध, अविराम, अथक, बंधन मुझको स्वीकार नहीं- मैं हूँ अपने मन का राजा, इस पार रहूँ, उस पार चलूँ, |
'विप्लवों का सागर भी कवि को पराजित क्यों नहीं कर सकता? |
उसे बंधन स्वीकार नहीं है। वह सदैव संघर्ष करता है और कभी हार नहीं मानता। वह मन का राजा है। उसे लहरों के टकराने पर प्यार आता है। |
वह सदैव संघर्ष करता है और कभी हार नहीं मानता। |
सही उत्तर विकल्प (2) है → वह सदैव संघर्ष करता है और कभी हार नहीं मानता। |