Practicing Success
कनक कनक ते सौगुनी मादकता अधिकाय। उहि खाए बौरात नर, इहि पाए बौराय। | |
उपर्युक्त दोहे में कौन सा अलंकार है? |
अतिशयोक्ति संदेह यमक श्लेष |
यमक |
जिस वाक्य में एक ही शब्द की बार-बार पुनरावृत्ति होती है, लेकिन हर बार उस शब्दा का अर्थ अलग-अलग होता है तो उसे वहां पर यमक अलंकार आता है। जैसे- कनक-कनक ते सौ गुनी , मादकता अधिकाय। या खाए बौराय जग, या पाए बौराय। |