Practicing Success

Target Exam

CUET

Subject

Hindi

Chapter

Comprehension - (Poetry / Literary)

Question:

निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिये।

वह तोड़ती पत्थर;
देखा मैंने उसे इलाहाबाद के पथ पर -
वह तोड़ती पत्थर
कोई 
न छायादार
पेड़ 
वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार;
श्याम 
तनभर बंधा यौवन
नत 
नयनप्रिय-कर्म-रत-मन,
गुरू हथौड़ा हाथ,
करती बार-बार प्रहार,
सामने तरु-मालिका अट्टालिकाप्राकार।

कविता किस छंद में लिखी गई है?

Options:

सोरठा छंद

दोहा छंद

मुक्त छंद

रोला छंद

Correct Answer:

मुक्त छंद

Explanation:

मुक्तछन्द (Free verse या vers libre) कविता का वह रूप है जो किसी छन्दविशेष के अनुसार नहीं रची जाती न ही तुकान्त होती है। मुक्तछन्द की कविता सहज भाषण जैसी प्रतीत होती है। हिन्दी में मुक्तछन्द की परम्परा सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' ने आरम्भ की।

प्रस्तुत पद्यांश में प्रत्येक पंक्ति में 10-12 मात्राएं हैं। इसके अलावा, इस पद्यांश में किसी भी छंद के नियमों का पालन नहीं किया गया है। इसलिए, यह कविता मुक्त छंद में लिखी गई है।

सोरठा छंद: सोरठा छंद में प्रत्येक चरण में 13-11 मात्राएं होती हैं।

दोहा छंद: दोहा छंद में प्रत्येक चरण में 13-13 मात्राएं होती हैं।

रोला छंद: रोला छंद में प्रत्येक चरण में 13-11-13-11 मात्राएं होती हैं।

मुक्त छंद में प्रत्येक पंक्ति की मात्राओं की संख्या अलग-अलग हो सकती है। इसके अलावा, इस छंद में किसी भी छंद के नियमों का पालन करने की आवश्यकता नहीं होती है।