Practicing Success
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ कर प्रश्न का उत्तर दीजिए:- मैं यह नहीं कहना चाहता कि शिक्षण में मानवतावादी तत्व उपयोगिता वादी तत्वों से कम महत्वपूर्ण हैं| कल्पना शक्ति के संपूर्ण विकास के लिए थोड़ा बहुत महान साहित्य ,थोड़ा बहुत वैश्विक इतिहास और थोड़ा बहुत संगीत, चित्रकला और वास्तुकला का ज्ञान अनिवार्य है और सिर्फ कल्पना- शक्ति के माध्यम से ही मनुष्य को संसार की विभिन्न संभावनाओं के बारे में पता चला, इसके शरीर बगैर 'प्रगती' यांत्रिक और खोखले बन जाएगी| लेकिन विज्ञान भी कल्पना को प्रेरित कर सकता है| मनोविज्ञान बहुत पहले के वर्षों तक, सहज अकादमिक अध्ययन का एक विषय हुआ करता था और व्यवहारिक कार्यों में इसकी उपयोगिता पर्याप्त कम थी| अब यह सब बदल चुका है उदाहरण स्वरूप अब हमारे पास औद्योगिक मनोविज्ञान है, नैदानिक मनोविज्ञान है, शैक्षणिक मनोविज्ञान है और इन सबका पर्याप्त व्यवहारिक महत्व है हम यह आशा और अपेक्षा कर सकते हैं कि निकट भविष्य में हमारे संस्थानों में मनोविज्ञान का प्रभाव तेजी से बढ़ेगा | शिक्षा के क्षेत्र में तो इसका पहले ही से हितकारी और अच्छा प्रभाव रहा है| |
गद्यांश के आधार पर कल्पना- शक्ति के आभाव में 'प्रगति' क्या हो जाएगी? |
मानवतावादी यांत्रिक सर्जनात्मक यथार्थपरक |
यांत्रिक |
गद्यांश के आधार पर कल्पना शक्ति के आभाव में 'प्रगति' यांत्रिक और खोखली हो जाएगी| |