Practicing Success
मुख्य रूप से क्रिया के कितने भेद होते? |
दो तीन चार पांच |
दो |
क्रिया मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है - अकर्मक और सकर्मक | सकर्मक क्रिया – वैसी क्रिया जिसके साथ कर्म से होती है या कर्म होने की संभावना होती हो तथा जिस क्रिया का फल कर्म पर पड़े, उसे सकर्मक क्रिया कही जाती है; जैसे – राम आम खाता है। इसमें खाना क्रिया के साथ आम कर्म है। राम पढ़ता है। यहां पढ़ना क्रिया के साथ पुस्तक कर्म की संभावना बनती है। अकर्मक क्रिया – वैसी क्रिया जिसके साथ कोई कर्म न हो तथा क्रिया का फल कर्ता पर पड़े उसे अकर्मक क्रिया कही जाती है। जैसे – राम हंसता है। इस वाक्य मे कर्म का अभाव है तथा क्रिया का फल राम (कर्ता) पर पड़ रहा है। |