Practicing Success
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्न का उत्तर दीजिए:- जय-जय प्यारा,जग से न्यारा शोभित सारा, देश हमारा, जगत-मुकुट,जगदीश दुलारा- जग सौभाग्य सुदेश! जय-जय प्यारा भारत देश! स्वर्गिक शीश-फूल पृथ्वी का, प्रेम-मूल, प्रिय सकल विश्व का, सुललित प्रकृति नटी का टीका- ज्यों निशि का राकेश! जय-जय प्यारा भारत देश! कलरव-नित क्लोलिनी गंगा, विविध वेश,भाषा हैं संगा, जागृत कोटि-कोटि जुग जीवे, जीवन सुलभ अमी रस पीवे, सुखद वितान सुकृत का सीवे- रहे स्वतंत्र हमेशा! जय-जय प्यारा भारत देश! |
कवि ने 'कलरव निरत' विशेषण का प्रयोग किसके लिए किया है? |
गंगा के लिए पक्षियों के लिए नदियों के लिए हिमालय की चोटियों के लिए |
गंगा के लिए |
कवि ने कलरव निरत गंगा के लिए प्रयोग किया है| |