Practicing Success
कितना प्रामाणिक था उसका दुख लड़की को दान में देते वक्त जैसे वाही उसकी अंतिम पूँजी हो| काव्य पंक्तियों में उचित रस -भेद छांटकर लिखिए - |
हास्य रस वीर रस करुण रस रौद्र रस |
करुण रस |
माँ का बेटी के कन्यादान के समय बहुत दुखी होने के कारण करुण रस है| |